फिर भी तुमको चाहूँगा - fir bhi tumko chahunga

तुम मेरे हो, इस पल मेरे हो
कल शायद ये आलम ना रहे
कुछ ऐसा हो तुम, तुम ना रहो
कुछ ऐसा हो हम, हम ना रहें
ये रास्ते अलग हो जाएँ
चलते-चलते हम खो जाएँ
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
इस चाहत में मर जाऊँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा...

मेरी जान में हर ख़ामोशी ले
तेरे प्यार के नगमे गाऊँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
इस चाहत में मर जाऊँगा
मैं फिर भी...

ऐसे ज़रूरी हो मुझको तुम
जैसे हवाएँ साँसों को
ऐसे तलाशूँ मैं तुमको
जैसे की पैर ज़मीनों को
हँसना या रोना हो मुझे
पागल सा ढूँढू मैं तुम्हें
कल मुझसे मोहब्बत हो ना हो
कल मुझको इजाज़त हो ना हो
टूटे दिल के टुकड़े लेकर
तेरे दर पे ही रह जाऊँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा...

तुम यूँ मिले हो जबसे मुझे
और सुनहरी मैं लगती हूँ
सिर्फ लबों से नहीं अब तो
पूरे बदन से हँसती हूँ
मेरे दिन रात सलोने से
सब है तेरे ही होने से
ये साथ हमेशा होगा नहीं
तुम और कहीं, मैं और कहीं
लेकिन जब याद करोगे तुम
मैं बन के हवा आ जाऊँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा...